प्रवीन कुमार को पहली पारी में गेंदबाजी से रोका गया-जोर-जबरदस्ती करना कोई ठीक बात है क्या?
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सच्चाई यह है कि अपने आर्थिक, राजनीतिक, व्यक्तिगत, धार्मिक, जातिगत, नस्लीय या लैंगिक स्वार्थपूर्ति के लिए दूसरों पर जोर-जबरदस्ती करना ही हर प्रकार की हिंसा का मूल स्रोत है।
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5. 3 ऋण की वसूली के लिए बैंक अनावश्यक परेशान करने के साधन का प्रयोंग नहीं किया जाएगा अर्थात बेवक्त ऋणकर्ता को परेशान करना, ऋण की वसूली के लिए जोर-जबरदस्ती करना आदि।